दोस्तो, रक्षा बंधन का त्योहार आ गया है!
इस दिन हम एक अच्छी-सी फ़ोटो खींच के लगा देंगे स्टेटस पर, प्यारी बहना हैप्पी रक्षा बंधन!
मैं नहीं कहता कि तस्वीर मत लगाओ, लेकिन कभी गहराई से महसूस किया है इस बहिन के रिश्ते को, इस रिश्ते के एहसासों को, इस रिश्ते की बचपन वाली यादों को!
इस मोबाईल वाले दिखावटी समय में, भला कौन रिश्तों के बारे में सोचता है!
तो चलो आज मैं ही आप सभी को इस खूबसूरत रिश्ते की पुरानी हसीन यादों में ले चलता हूं।
वो बचपन में गुड्डे-गुड़ियों के खेल में, बहिन के संग घंटों खेलना और अंत में जानवरों की तरह एक दूसरे से झगड़ना, बाल खींचना..... और रुठ के माँ पास चला जाना और थोड़ी देर बाद वापिस उसके साथ खेलना........तुम भूल सकते हो, लेकिन मैं आज तक नहीं भूला!!
स्कूल में पेट दर्द हो या पिटाई, मैं भागकर तेरी क्लास में ही तो आता था। तुम मुझे अपने पास बिठाकर, मेरी आँसुओं से भरी आँखों को साफ करती थी। सच कहूँ तो तुझमें उस वक्त मुझे माँ नज़र आती थी!
तुम ये सभ भूल सकते हो, लेकिन मैं आज भी नहीं भूला!!
दीपावली की छुटियों में होमवर्क पूरा नहीं करना और अंतिम दिन पर जोर-जोर से रोना और बोलना की कल स्कूल नहीं जाऊँगा.....मैडम मारेगी.....बहिन द्वारा मेरा भी होमवर्क करना ....वो भी पापा के नजरों से बचकर....... मैं नहीं भूल सकता प्यारी बहिना!
माँ जब भी ननिहाल जाती थी। तो बहिना के पायल की आवाज, मुझे माँ के घर पर होने का एहसास करवाती थी.....!
माँ के घर नहीं होने पर, माँ का रूप धारण कर लेती है....बहिना।
सुबह जल्दी उठकर झाड़ू लगाना, मटके में पानी भरना, कपड़े धोना, मेरा और खुद का टिफ़िन बनाना......... आसान नहीं होता है माँ दूसरा स्वरूप बनना......प्यारी बहिना!
थोड़ी बड़ी होते ही घर में माँ की जगह ले लेती है ,बहिना।
खुद के खाने की प्लेट से निवाला रख देती है, मेरे लिए बहिना!
इसीलिए ही तो माँ का दूसरा स्वरूप होती है ......बहिना।
जिम्मेदारियां घर की सारी, स्वयं उठा लेती है, खुद सहकर सारी परेशानियां, हमारे होठों पर मुस्कान लाती हैं..... प्यारी बहिना।
इससे ज्यादा मेरी हिम्मत नहीं होगी बोलने की.......भीग जाएगी आँखें आँसुओ से........!
✍️©हितेश राजपुरोहित "मुडी"
स्कूल खुलने पर नयी किताबों के कवर चढ़ाना। भी नहीं भूला मैं.....प्यारी बहना
ReplyDelete🤗😍
Deleteस्कूल खुलने पर नयी किताबों के कवर चढ़ाना। भी नहीं भूला मैं.....प्यारी बहना
ReplyDeleteमैंने तो मां बनकर तुम्हारी जरूरतों को पूरा कर दिया
ReplyDeleteलेकिन मेरे जाने के बाद
तुम एक श्रवण कुमार बनकर मां बाबा की लाठी बनना
एक बहन की कलम से-
बिल्कुल😊
DeleteAmazing mere bhai.. ❤❤
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